तू है ~𝐀 𝐩𝐞𝐨𝐦
तुझे बताते हैं हाल ए दिल क्योंकि आरजाह ए कल्ब तू है तो मुआल्जा ए मर्ज भी तू ही है! दिल ए मुज्तरिब की वजह तू है तो कैद ए हयात से रिहाई भी तू ही है! शिकवा ए दुनिया करूं लाख तेरे से या करूं शिकस्त ए दिल का जिक्र, रहबर भी तू ही है और तसल्ली की रात भी तू ही है! तेरी नजर में जो खुदको तराशा है मैने, जाना की हमसफर ए खालिश भी तू है और हमसफर ए दिलशाद भी तू ही है.... ~ आयुषी Word reference आरजाह ए कल्ब : Disease of heart मुआल्जा ए मर्ज : Cure to the disease दिल ए मुज्तरिब : Restless heart कैद ए हयात : Prison of life शिकस्त ए दिल : Broken heart रहबर : Mentor तसल्ली की रात : Night of patience हमसफर ए खालिश : Partner during painful times हमसफर ए दिलशाद : Partner during happy times